आते जाते इस और भी देख लेना,
कभी हमसे भी दो बाते कर लेना।
शायद छुपा हो कोई सत्य हमारा,
शायद कोई हो रिश्ता हमसे तुम्हारा।
ढ़ूँढ़ सके जिसे ना अब तक हम,
मिल जाये यहां अगर मिलते रहे हम।
एक हाथ आगे बढा तो साथ मिलेगा,
और जुड़ेंगे तो कारवाँ यूं आगे चलेगा।
कौन बड़ा है कौन है छोटा यहां,
साथ मिले तो सारा जहाँ है यहां।
देखो मिल कर चले बड़थ्वाल यहां,
काफी वक्त के बाद आई रौनक यहां।
-प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल
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