नाचने दो आज मुझे दिल खोल कर
नाच रही हूँ अपने मे मगन हो कर
नाच रही हूँ तन से और मन से
खुशी को दिखाये दुखो को छिपाये
आज खुशी से पैर जमीं पर नही मेरे
नाचती हूँ तो गम नही चेहरे पर तब मेरे
चेहरा दिखता है भाव दिखते है इसलिये खुश हूँ
अपनो को खुश देख अपने दुख छोड़ मै नाचती हूँ
नाचने दो आज मुझे दिल खोल कर
नाच रही हूँ अपने मे मगन हो कर
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